Thursday 5 March 2015

छलके रंग हैं

मनमीत मुस्काये , छलके रंग हैं
होली में सभी के, बहके ढंग हैं
लजाये रूपराशि,विकल सजन-नैन
प्रीति-भाव पल्लवित,महके अंग हैं
--- निरुपमा मिश्रा " नीरू "

No comments: